उत्तर रेलवे ने 67वें रेल सप्ताह समारोह का आयोजन किया

उत्तर रेलवे ने 67वें रेल सप्ताह समारोह का आयोजन किया

उत्तर रेलवे ने  67वें रेल सप्ताह समारोह का आयोजन किया

उत्तर रेलवे ने 67वें रेल सप्ताह समारोह का आयोजन किया

उत्कृष्ट सेवा के लिए 250 रेल कर्मियों  को सम्मानित किया गया तथा 
मंडलों को कार्य निष्‍पादन के आधार पर शील्‍डें प्रदान की गयीं 

16 अप्रैल,1853 को बोरीबंदर और ठाणे के बीच भारत में चली पहली रेलगाड़ी की स्मृति में, भारतीय रेलवे प्रतिवर्ष रेल सप्ताह का आयोजन करती है ।  इस उपलक्ष्‍य में इस वर्ष उत्तर रेलवे ने 67वें रेल सप्ताह समारोह का आज नई दिल्‍ली में आयोजन किया । उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल ने इस पुरस्‍कार वितरण समारोह की अध्यक्षता की । इस अवसर पर उत्तर रेलवे के अपर महाप्रबंधक, श्री नवीन गुलाटी, प्रमुख मुख्‍य कार्मिक अधिकारी, सुश्री प्रमिला भार्गव, विभिन्न विभागों के प्रमुख विभागाध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी, उत्तर रेलवे के कर्मचारी, यूनियनों, एसोसिएशनों और फेडरेशनों के सदस्यगण, उत्तर रेलवे महिला कल्याण संग्ठन की अध्यक्षा व उत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन की सदस्याएं उपस्थित थीं ।

उत्तर रेलवे ने  67वें रेल सप्ताह समारोह का आयोजन किया


समारोह की शुरूआत उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक द्वारा उत्कृष्ट सेवा करने वाले 250 रेलकर्मियों (अधिकारियों एवं कर्मचारियों) को पुरस्कृत करने के साथ हुई ।  कार्य-निष्पादन मानकों के आधार पर महाप्रबंधक द्वारा 54 रनिंग शील्डें प्रदान की गईं ।  ‘महाप्रबंधक उत्कृष्टता शील्ड’ लखनऊ  मंडल को तथा सभी क्षेत्रों में ‘सर्वश्रेष्ठ कार्य निष्पादन’ के लिए दिल्‍ली मंडल को शील्‍ड प्रदान की गई । बेस्ट इम्प्रूवमेंट  शील्ड फि़रोजपुर मंडल को दी गई । सर्वाधिक मितव्ययिता के लिए मुरादाबाद और फि़रोजपुर मंडलों को संयुक्‍त रूप से शील्‍ड प्रदान की गयीं । 

उत्तर रेलवे ने  67वें रेल सप्ताह समारोह का आयोजन किया


इस अवसर पर संबोधित करते हुए महाप्रबंधक ने प्रमुख कार्य-क्षेत्रों में उत्तर रेलवे की विभिन्न उपलब्धियों के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी ।  उन्‍होंने कहा कि उत्‍तर रेलवे कोरोना महामारी के दुष्‍प्रभावों से उबरने में राष्‍ट्र की  मदद् कर रही है । उन्‍होंने आगे कहा कि उत्‍तर रेलवे ने पिछले वित्‍तीय  वर्ष में अनेक प्रमुख उपलब्धियां हासिल की हैं । माल लदान और आय अब तक की सर्वश्रेष्‍ठ  रही है  । कोरोना काल से पहले की चल रहीं लगभग सभी रेलगाडियों को बहाल कर दिया गया है । माननीय प्रधानमंत्री  के मिशन गति शक्ति के अंगर्तगत रेलपथों पर संरक्षा और रेलगाडियों की गति सीमा बढ़ाने के लिए प्रमुख ढॉंचागत परियोजनाऍं शुरू की गयी हैं । चिनाब पुल के आर्क का निर्माण कर लिया गया है । अन्‍य हिमालयन रेल परियाजनाऍं भी तीव्र गति से चल रही हैं । श्री गंगल ने संरक्षा के क्षेत्र में उत्‍तर रेलवे की उल्‍लेखनीय प्रगति की सराहना की । उन्‍होंने इस बात पर बल दिया कि  उत्‍तर रेलवे पर संरक्षा, गतिशीलता और पर्यावरण सुरक्षा हमारी  प्राथमिकता रहेगी ।